सिनेमा, साहित्य की तरह उस काल का ही दर्पण नहीं होता कभी कभी वह वर्तमान को देख कर आगे की घटनाओं का पूर्व अनुमान भी लगा लेता है |

वर्तमान में जो अमेरिका में घट रहा है वह बिलकुल भी पहली ही बार हो रहा हो ऐसा नहीं ही होगा, बस पहले बंद कमरे के पीछे शीर्ष स्तर की दादागिरियां चलती होंगी| अब खुला खेल फ़र्रुखाबादी कर दिया गया है|

राजनीति और कूटनीति को सिनेमा समय-समय पर अपना विषय बनता ही रहा है| और कई कालजयी फ़िल्में वैश्विक राजनीती पर भी बनी हैं|

यूं तो असल में ब्रिटेन द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से मोटे तौर अमेरिका की सरपरस्ती में रहा है और किसी मसले पर उसके विपक्ष में तो बिरला ही गया होगा और ऐसा अगर हुआ भी होगा तो यह एक अपवाद मात्र ही होगा| लेकिन सिनेमा में अलग ढंग से काम हो जाता है| जो वास्तव में नहीं हुआ या हो सकता उसे परदे पर दिखाकर दर्शकों को भावनात्मक संतुष्टि प्रदान की जाती है|

पिछली सदी के आख़िरी दशक के अंतिम साल में अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के मोनिका लेवेंस्की स्कैंडल ने दुनिया के सामने तहलका मचाया|

2003 के क्रिसमस के अवसर पर एक फ़िल्म प्रदर्शित हुयी Love Actually जिसने दुनिया भर में बड़ी सफलता प्राप्त की| इस फ़िल्म में अमेरिकी प्रेजीडेंट ब्रिटेन की अधिकारिक यात्रा करते हैं और वहां ब्रितानी प्रधानमंत्री के ऑफिस में कार्यरत एक युवा स्त्री प्रशिक्षु संग आवश्यकता से अधिक नजदीकी पनपाने का प्रयास करते हैं और युवा प्रशिक्षु अजीब महसूस करने के बाद भी दुनिया के इतने शक्तिशाली नेता की फ्लर्टिंग को स्पष्ट रूप से नहीं रोक पाती| ब्रितानी प्रधानमंत्री (Hugh Grant) यह सब देखकर विचलित होते हैं, उन झुकाव भी है प्रशिक्षु की ओर| अमेरिकी राष्ट्रपति सबके सामने यह जताने की कोशिश करते हैं कि ब्रिटेन की कोई भी हैसियत नहीं है अमेरिका के सामने| और ब्रितानी प्रधानमन्त्री के साथ द्विपक्षीय बातचीत में वे उन्हें और ब्रिटेन को नीचा दिखाने का प्रयास करते हैं| अपनी शर्तें मनवाने का दबाव डालते हैं| ब्रितानी प्रधानमंत्री का समूचा स्टाफ अपमानित महसूस करता है और उन्हें लगता है कि उन्हें और उनके देश को नीचा दिखाया गया है|

ब्रितानी प्रधानमंत्री के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में अमेरिकी राष्ट्रपति यह जताने की कोशिश करते हैं कि अमेरिका तो ब्रिटेन का अच्छा मित्र है और दोनों देशों के बीच मैत्री और प्रगाढ़ होगी| संयुक्त प्रेस वार्ता मौका है नव निर्वाचित ब्रितानी प्रधानमंत्री के सामने अपनी कूटनीतिक दक्षता दिखाने का, अपनी मानसिक दृढ़ता और अपने देश की स्वतंत्रता और स्वाभौमिकता को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का|

वे शालीनता लेकिन दृढ़ता से सबके सामने अपने बुद्धिमता भरे वक्तव्यों से ब्रिटेन की महान परंपराओं और इतिहास का जिक्र करते हैं और अमेरिकी राष्ट्रपति को सबके सामने शर्मिंदा करते हैं कि मित्रता की बोली ऐसी नहीं होती जैसी राष्ट्रपति महोदय ने धमकी भरे अंदाज़ की बोली दर्शाई है| मित्र अपने मित्र पर दादागिरी नहीं दिखाते|

वर्तमान में यूक्रेन के राष्ट्रपति और अमेरिका के राष्ट्रपति के मध्य की द्विपक्षीय वार्ता में घटित प्रकरणों में love Actually का उपर्युक्त वर्णित सीक्वेंस महत्वपूर्ण और सार्थक बन जाता है|


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