1978 में प्रदर्शित राज खोसला निर्देशित फ़िल्म ‘मैं तुलसी तेरे आँगन की‘ का साप्ताहिक (हास्य) पत्रिका ‘दीवाना‘ में छपा पैरोडी रिव्यू सामने आया| इसमें कलाकारों द्वारा फ़िल्म में निभाये चरित्रों के नामों को बिगाड़ कर इस्तेमाल किया गया है, शायद कानूनी प्रतिक्रिया से बचने के लिए| फ़िल्म का मखौल उड़ाया गया है| यह भी ध्यान देने योग्य बात है कि पत्रिका ने इस पैरोडी रिव्यू के जनक का नाम छापने का साहस नहीं दिखाया|




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