beguiled2व्यवसायिक फिल्मों के सुपर स्टार्स में से बिरले ही ऐसे होंगे जो अपनी बनी बनायी छवि को खुद ही तोड़ने की कोशिश करेंगे।

अमेरिकी साहित्य का एक उपवर्ग है Southern Gothic और लेखक Thomas P. Cullinan ने इसी उपवर्ग के तहत अमेरिकन सिविल वार की पृष्ठभूमि पर एक उपन्यास लिखा था –The Beguiled। यह उपन्यास Clint Eastwood को मिला तो वे इसे पढ़ते ही इस पर फिल्म बनाने के लिये उत्सुक हो गये। उन्होने निर्देशक Don Siegel की रुचि इस उपन्यास में जगायी और Universal Pictures को इस फिल्म को बनाने के लिये तैयार किया।

Clint Eastwood को उपन्यास के डार्क विषय ने आकर्षित किया और वे हमेशा से ही इसे अपनी सबसे डार्क लेकिन सबसे रुचिकर फिल्म मानते रहे हैं। ऐसी फिल्में यूरोपियन सिनेमा में तो मिल जाती हैं पर हॉलीवुड के पूर्णतया व्यवसायिक वर्ग के स्टूडियो और स्टार की जुगलबंदी से ऐसी फिल्म का जन्म लेना थोड़ा आश्चर्य का विषय है। यह Clint Eastwood का विश्वास ही था उपन्यास में कि वे ऐसी फिल्म बनवा पाये।

मानव मस्तिष्क के अंधेरे बंद कोनों की खोजबीन करने वालों ने स्त्री-पुरुष के मध्य एक दूसरे पर विजय पाने या एक दूसरे को खत्म करने या दूसरे को प्रभावहीन बनाने के सिद्धांत गढ़ रखे हैं और इस फिल्म में भी ऐसी भावनायें उभर कर सामने आती हैं। अगर स्त्री पुरुष पर काबू न पा पाये तो वह भी उसे खत्म करने या प्रभावहीन बनाने से पीछे नहीं हटेगी। मानव जीवन के प्रारंभ से ही पुरुष तो नारी को नियंत्रित करने के लिये बहुत कुछ करता ही रहा है और निष्प्रभावी करने के लिये भी तरह तरह के प्रपंच रचता रहा है।

निर्देशक Lars von Trier की फिल्म – Antichrist (2009) में कभी बेहद नजदीक रहे स्त्री-पुरुष (पति-पत्नी) में पुरुष के प्रति उत्पन्न हुयी नफरत, और बदले की चरम अवस्था को दिखाया गया है।

अगर एक स्त्री किसी ऐसे स्थान या मकान में चली जाये जहाँ भिन्न भिन्न आयु वर्ग के केवल पुरुष ही रहते हों तो बहुत सारी स्थितियाँ उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे ही अगर एक पुरुष किसी ऐसे स्थान पर चला जाये जहाँ केवल स्त्रियाँ ही रहती हों तब भी बहुत सारी परिस्थितियों के उत्पन्न होने की संभावनायें बढ़ जाती हैं।

केवल पुरुषों में रहने वाले पुरुष और केवल स्त्रियों में ही सदा रहने वाली स्त्री दोनों की ही बहुत सारी भावनायें अतृप्त रह जाती हैं और बहुत सारी भावनायें उनके सम्मुख आ ही नहीं पातीं। बहुत सारी भावनाओं का उन्हे दमन करना पड़ता है क्योंकि उनका खुला प्रदर्शन करने की ऐसे वातावरण में मनाही होती है।

The Beguiled फिल्म की कहानी के मूल में भी ऐसी ही स्थितियाँ हैं। अमेरिकन सिविल वार के उत्तर्राद्ध में Louisiana में केवल स्त्रियों के लिये बनी एक सेमिनरी (Seminary) के पास के जंगल में मशरुम चुनने गयी हुई बारह वर्षीय एक छात्रा को घायल अवस्था में एक सैनिक John McBurney (Clint Eastwood) मिलता है।

John को एक छलिया कहा जा सकता है। वह केवल सैनिक ही नहीं है बल्कि वह बातों का भी धनी है और लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने के भरपूर गुण उसके अंदर हैं और खासकर महिलाओं को अपनी ओर आकर्षित करने की कला में वह माहिर है। वह अगर जंगल में ही छूट जाता है तो वह मर जायेगा और उसे पता है कि बचने के लिये उसे चिकित्सा की जरुरत है और देखभाल की जरुरत है। वह छात्रा को लुभाकर राजी कर लेता है कि वह उसे सेमिनरी में ले जाये।

सेमिनरी में बारह साल की आयु से लेकर अधेड़ उम्र तक की कुछ महिलायें रहती हैं और शुरुआती हिचकिचाहट और प्रतिरोध के बाद वे John को शरण देने और उसकी तब तक के लिये देखभाल करने के लिये राजी हो जाती हैं जब तक कि वह स्वस्थ होकर वहाँ से चले जाने में सक्षम नहीं हो जाता। पर होश में आने के बाद से ही John इन महिलाओं पर अपने आकर्षक व्यक्त्तित्व का जादू चलाने लगता है और लगभग सभी को अलग-अलग विश्वास दिलाता रहता है कि उसे बस वही विशेष नारी पसंद है और उसके साथ उसका प्रेम हो सकता है। उसे एक नारी विशेष अच्छी भी लगती है पर तब भी वह अन्य महिलाओं से झूठा प्रेम प्रदर्शन करने से बाज नहीं आता। उसके लिये यह सब झूठा खेल वहाँ सुरक्षित टिके रहने के लिये है और इस लक्ष्य को पाने के लिये वह सभी स्त्रियों की भावनाओं से खेलता है।

पुरुषों के नजदीक न रहने वाली स्त्रियों को John का वहाँ रहना सुहाने लगता है। पर John को लेकर सभी में प्रतिद्वन्दिता भी पनप जाती है और वे एक दूसरे के खिलाफ हो जाती हैं। बारह साल की लड़की भी यही समझती है कि John उसी से प्रेम करता है और सेमिनरी की अधेड़ हेड भी ऐसे सपने देखने लगती है कि John उसके आकर्षण से बंध गया है। एकदम शुष्क और कठोर किस्म का जीवन जी रही हेड को जीवन में बहार आने का आभास होने लगता है। वह खुश रहने लगती है।

स्त्रियों की भीड़ में एक स्त्री ऐसी भी है जिसे John से सच्चा प्रेम हो जाता है पर John उसे सबसे ज्यादा पसंद करते हुये भी उसे ही धोखा भी देता है। दूसरी स्त्रियों से शारीरिक नजदीकी उसके लिये अनहोनी बात नहीं है और वह सभी स्त्रियों को झांसे दिये रखता है।

पर एक मकान की हदों में John के खेल ज्यादा दिन तो चल नहीं सकते। उसके द्वारा विभिन्न स्त्रियों से देह और मन की नजदीकी बनाने के प्रयास रंग लाते हैं और जलन में डूबी स्त्रियाँ उसके खिलाफ हो जाती हैं। हमारा नहीं तो किसी का नहीं- वाला सिद्धांत उनके लिये सच साबित होने लगता है।

चोट खायी हुयी अधेड़ हेड John को सबक सिखाने की बात मन में ठान लेती है और वह एक एक्सीडेंट से घायल हुये John को उसकी चालकियों की बहुत बड़ी सजा देती है।

beguiled1अभी John को एकदम मिटा पाना उसका लक्ष्य नहीं है और वह समझती है कि यदि John को ऐसा कर दिया जाये जिससे उसका सामर्थ्यवान पुरुष होने का दंभ तोड़ दिया जाये तो वह उसके रहमोकर्म पर वहाँ टिका रहेगा। पर John के लिये ऐसे प्रयास सहने बहुत कठिन हैं और वह हेड के खिलाफ विद्रोह कर देता है।

हेड समझ जाती है कि वह John को नियंत्रित नहीं कर सकती। या तो John को पालतू बना दिया जाये या उसका अस्तित्व मिटा दिया जाये- दो विकल्प हेड के पास हैं। हेड को John के आकर्षण से बंधी हुयी स्त्रियों को अपने पक्ष में करना जरुरी है। वह तरह तरह के प्रपंच रच कर महिलाओं को अपने पक्ष में कर लेती है और केवल एक स्त्री, जो कि John से सच्चा प्रेम करती है हेड के इरादों के सामने आ खड़ी होती है। वह John के साथ सेमिनरी छोड़कर जाने को तैयार है ताकि वे दोनों एक नया जीवन शुरु कर सके।

हेड अपनी जूनियर से हारने को तैयार नहीं है। John द्वारा दी गयी चोट को भूलने के लिये वह तैयार नहीं है।

क्या हेड आसानी से John और उसकी प्रेमिका को जाने देगी या वह John को और ज्यादा हानि पहुँचाकर अपना बदला लेगी?

फिल्म का अंत एक अलग ही वातावरण उत्पन्न कर देता है।

यह ऐसी फिल्म है और अंत में बन भी जाती है जिसे एक काल्पनिक कथा के रुप में देखा और स्वीकार किया जाता है। बीच में स्त्री-पुरुष के मध्य के संबंध के मनोविज्ञान के कारण यह वास्तविक जीवन में पैंठ बनाती है पर पूरे तौर पर इसका आनंद एक काल्पनिक कथा के रुप में ही है।

रसिया, छलिया और आकर्षक पुरुष -John McBurney के रुप में Clint Eastwood एकदम फिट बैठते हैं। वे चरित्र के पौरुषत्व और आकर्षण को परदे पर उतारने में बखूबी सफल रहते हैं। चरित्र की जटिलताओं को उन्होने प्रभावी ढ़ंग से निभाया है।

सभी अभेनित्रियों ने फिल्म को रोचक और प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

Don Siegel सेमिनरी की हदों में चल रहे घटनाक्रमों में तनाव, प्रेम, हास्य, नफरत, और बदला आदि भावनाओं को जीवंत कर पाने में पूरी तरह सफल रहते हैं।

व्यवसायिक फिल्मों के सुपर स्टार Clint Eastwood की एक अलग तरह की फिल्म के रुप में The Beguiled का अपना एक अलग आकर्षण और महत्व है।

…[राकेश]

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