फ़िल्म के अंदर ही सैयामी खेर को पाइप में छिपा धन नहीं मिलता बल्कि यह फ़िल्म उनकी प्रतिभा के प्रस्तुतीकरण के लिए लॉटरी लगने के समान भाग्यशाली प्रतीत होती है| उनकी पहली फ़िल्म मिर्ज़या देख किसने सोचा होगा कि उनकी... Continue Reading →
फ़िल्म के अंदर ही सैयामी खेर को पाइप में छिपा धन नहीं मिलता बल्कि यह फ़िल्म उनकी प्रतिभा के प्रस्तुतीकरण के लिए लॉटरी लगने के समान भाग्यशाली प्रतीत होती है| उनकी पहली फ़िल्म मिर्ज़या देख किसने सोचा होगा कि उनकी... Continue Reading →
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