- The Great Shamsuddin Family
- JwarBhata(1944): दलीप कुमार की पहली फ़िल्म की समीक्षा
- और क्या अहद-ए-वफ़ा होते हैं (सनी 1984) : धर्मेन्द्र फैक्टर
- धर्मेन्द्र : परदे पर स्त्री तिरस्कार का सामना
- Maharani 4 : रानी भारती की मूर्ति का भंजन !
- Baramulla (2025): अगर रूहें न होतीं तो क्या बात होती!
- इंदिरा गांधी की वसीयत
- तुम्हारा इंतज़ार है तुम पुकार लो : Khamoshi(1969)
- नूरानांग दिवस और बाबा जसवंत की अदृश्य पहरेदारी
- Dharmendra : Sholay(1975) – सफलता के कारवां का सबसे कम भाग्यशाली अभिनेता
- संजीव कुमार : अभिनय कला की बारीकी के उस्ताद
- Doctor G (2022) : पुरुष स्पर्श का घुल जाना
- Sulakshana Pandit : चेहरा है या फूल खिला है!
- Uff Ye Siyappa (2025) : संवाद रहित हंगामा
- Taj Mahal : Osho
- सरदार पटेल : हम पर हिंदुस्तान की जिम्मेदारी आई है (नवम्बर 1947)
- राम – रावण : ओशो
- मीडिया ऋणात्मक क्यों ? (डा. ए.पी.जे अब्दुल कलाम)
- देह विशेष की क़ीमत कुछ भी नहीं!
- Osho’s world of jokes -1
- सहज विश्राम – ओशो + टैगोर
- The Ba***ds of Bollywood (2025) : A Satirical Model
- Mani Kaul : जहाँ सिनेमा एक ‘राग’ बन गया (HK Verma)
- वह भी देखेगा सुखद सपने?
- मेरी राम कहानी…
- एक यक्ष प्रश्न है …
- सावित्री मंदिर … पुष्कर
- Saiyaara (2025) : मरज़-ए-इश्क़ जिसे हो उसे क्या याद रहे
- नेताजी सर्वधर्मसमभाव वाले
- विनोद कुमार शुक्ल के घर जो न जा पाएंगे
- M F Husain : The White
- गरीब बीड़ी और इसके धनी भाई बहन और विज्ञापन जगत
- कुमार गन्धर्व : सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
- Pehla Pyaar < 1% Chance : दिल तो आशिक है
- Maareesan(2025): Thrill के बोझ तले दबा Romanticism
- चल अकेला, चल अकेला … मुकेश
- Panchayat (2025) Season 4 : प्रहलाद
- Gulzar@91 : सबने देखी है शब्दों से फैलती खुशबू
- Music Teacher (2019) : देवदास सिंड्रोम
- कृष्ण — (नज़ीर अकबराबादी)
- कृष्ण कन्हाई… (हसरत मोहानी)
- एक सिरे से दूसरे सिरे तक – 1984 सिख विरोधी हिंसा
- Chetna (1970) : सिनेमेटोग्राफर कौन?
- Panchayat (2025) Season 4 : राजनीति की पेचीदा गलियाँ
- ‘पीयूष मिश्रा’,’दीपक तिजोरी’,आशुतोष गोवारिकर’ – ‘मैंने प्यार किया’
- पेड़ -आसमान -धरती
- चन्द्रशेखर आजाद : क्रान्ति दूत
- शैलेन्द्र : गीतकार की अमीरी-गरीबी, तीसरी कसम और मृत्यु
- Rehana Sultan : सिनेमा से पहले, परदे के पीछे
- Special Ops (1-1.5-2) : हिम्मत है तो मुमकिन है!
- राजेश खन्ना : नूरजहाँ और एक प्रेम कहानी
- धीरज कुमार – का करूँ सजनी आये न बालम
- IITs से दशकों पुराने भारतीय इंजीनियरिंग शिक्षण संस्थान
- दो औरतें : हिंदी साहित्य में हंगामा मचाने वाली कहानी
- कसौटी ‘सच्चे मित्र’ की
- Shailendra A Love Lyric in Print : A Daughter Remembers
- मल्लिकार्जुन मंसूर को सुनना
- मल्लिकार्जुन मंसूर
- असाध्य वीणा
- अज्ञेय … शमशेर बहादुर सिंह
- बस इतने का वादा है…
- थोड़ा सा … (अशोक वाजपेयी)
- अभिनय और जीवन !
- फैज़ अहमद फैज़ : भारत यात्राएं
- जय जगन्नाथ – चलो दिल्ली
- जय जगन्नाथ
- अँधेरा – उजाला!
- वर्तमान हूँ मैं
- विश्वनाथ प्रताप सिंह : राजनेता का कवि और चित्रकार वाला रूप
- Friedhof der Namenlosen : नाम और पहचान विहीन लोगों की कब्रगाह
- निर्मला देवी -ओशो-गोविंदा -शास्त्रीय संगीत
- क्या गुलाब नग्न होता है? (पाब्लो नेरुदा)
- जीवन-रस का आनंद!
- निर्मल वर्मा वैचारिकी : पुनर्विचार की दरकार
- डॉ. अब्दुल कलाम : बेशकीमती सलाह
- मृत्युंजय, धरा पर ?
- औरत को स्वतंत्र होने मत देना (कृष्ण बिहारी)
- ‘श्याम फिर एक बार तुम मिल जाते’ : ‘दिनकर जोशी’ की कालजयी कृति
- Sunny (1984): राज खोसला की ढलकती निर्देशकीय प्रतिभा का नमूना
- Madhumati(1958): दिलीप कुमार की पतलून की खुली हुयी ज़िपर, शरारत या लापरवाही?
- Bhool Chuk Maaf (2025)
- अमृता शेरगिल : केदारनाथ अग्रवाल
- शाकाहार या मांसाहार : मनुष्य के लिए क्या श्रेष्ठ (ओशो)
- अहिंसा, मांसाहार, महावीर : ओशो
- ग्राम चिकित्सालय (2025) : अँधेरे में आशा की किरण का उजाला
- Chintu Ji (2009): निर्देशक रंजीत कपूर से बातचीत (1)
- वर्दी से लेकर टीवी की सर्कस तक : सशस्त्र बलों की गरिमा
- दादा साहब फाल्के : लाइट्स…कैमरा…एक्शन!
- Call of The Valley (1967) : एक चरवाहे की दैनन्दिनी
- राज कपूर : श्रेष्ठ फ़िल्मी गीतों के निर्देशक
- रेजांग ला की लड़ाई (18 नवंबर 1962) = हक़ीक़त (1964)
- Mother Teresa : ओशो विश्लेषण
- … मेरा नाम!
- आयातित – स्वदेशी : सोचा न था(2005)- नरेंद्र मोदी
- बाबाजी, स्त्री नरक का द्वार नहीं है|
- अमृता प्रीतम : मेरे घर का सीधा सा इतना पता है!
- Begunah (1957) : Booklet
- मैं कुर्सी तेरे आँगन की (दीवाना, 14-20 दिसम्बर 1978)
- Socialism, Communism – Osho
- पंडित नेहरु और हिंदी फ़िल्में
- पंडित नेहरु : श्रद्धांजलि (अटल बिहारी वाजपेयी)
- पंडित नेहरु और ओशो
- विफलता : क़ैदी – जयप्रकाश नारायण
- काशी
- काफ़िर
- ओशो द्वारा लिखा 54 साल पुराना पत्र
- जंग नहीं : अटल बिहारी वाजपेयी
- गाए – इस्माइल मेरठी
- दो सत्य – ईश्वर और मृत्यु !
- भीगा भीगा मौसम आया
- राजनेतागण : न काहू से दोस्ती न काहू से बैर
- भारत में कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग का आगाज़
- लफड़ा सदन – न बन पाने वाली फ़िल्म के लॉन्च की कथा
- नसीम बानो : मंटो की निगाह और लेखनी से
- हिंदी – अबू धाबी में न्यायालय की तीसरी भाषा बन ही गई
- यशपाल और कम्यूनिज़्म : ओशो
- रंगीले बाबू : दुःख और वेदना पर अट्ठाहस लगाता मानव
- छैनू, श्याम आ गया है !
- Operation Sindoor : बाल ठाकरे होते तो !
- Operation Sindoor : भारत की विजय या हार !
- 1965 भारत-पाक युद्ध : FTII, ऋत्विक घटक का इस्तीफ़ा, शत्रुघ्न सिन्हा की खिचड़ी
- महात्मा गांधी : कायरता और हिंसा के बीच चुनाव!
- ‘कारगिल’ और भारत-पाक शांति प्रयास
- वतन पर खतरे के समय फ़िल्म उद्योग के कर्त्तव्य
- अशोक और कलिंग युद्ध
- जाने वाले सिपाही से पूछो (उसने कहा था 1960) – गीतकार शैलेन्द्र या मख़दूम?
- भारत में सिनेमा का पहला विज्ञापन!
- ‘एकाक्षर’ और ‘द्वयक्षर’ श्लोक : अदभुत कल्पनाशक्ति
- सारे जहां का दर्द : प्रधानमंत्रियों की विदेश यात्रा
- महात्मा गांधी और सुभाषचन्द्र बोस : ओशो
- जयप्रकाश नारायण का पत्र प्रधानमंत्री पंडित नेहरु के नाम
- पुरस्कार : दुश्मन राष्ट्र के नागरिक से प्रेम
- 1 मई ‘मज़दूर दिवस’ वाली माँ
- Sylvester Stallone और उनका पालतू कुत्ता
- अहा आम! वाह आम!
- भगत सिंह की धर्मनिरपेक्षता की विरासत
- जिहाद (प्रेमचंद)
- दिल्ली (मुहम्मद अल्वी )
- Mr & Mrs Iyer और पहलगाम : धर्म पहचान कर हत्या
- भारतीय संस्कृति में गुरु की श्रेणियां : ओशो
- बसंत : (अज्ञेय रचित नाटक)
- राहुल गांधी, पं. नेहरु, हिमालय और संदीप दीक्षित,
- ओशो का दृष्टिकोण, हरिशंकर परसाई के आक्रमण पर
- टॉर्च बेचने वाले : “ओशो (आचार्य रजनीश)” पर “हरिशंकर परसाई” का आक्रमण
- सेक्युलरिज्म : भारतीय राजनीति का सबसे बड़ा पाखण्ड ?
- चंद्रशेखर : नीतिगत राजनीति वाले नेता
- अज्ञेय की दृष्टि में एकांकी नाटक
- सीमा रेखा (नाटक) : विष्णु प्रभाकर
- मास्टर, डॉक्टर और पुलिस : भ्रष्टाचार के तीन स्त्रोत?
- गांधी जी के ग्रामीण विकास के सेनापति प्रो.कुमारप्पा
- पंडित नेहरु और डॉ. राममनोहर लोहिया
- श्रीपाद अमृत डांगे : ओशो
- दो और दो का जोड़ हमेशा चार कहाँ होता है!
- ऐ लड़की! यलगार हो
- The Art of Reading : Francis Bacon
- Pakeezah (1972) : झूठ को सच बनाता कैमरा
- जिजीविषा : महावीर वाया ओशो
- आरंभ की परिणति अवश्य होगी : ओशो और महावीर
- सिंगल स्क्रीन थिएटर : हिंदी सिनेमा की लुप्त हो चुकी रीढ़ (HK Verma)
- ऐसा समां न होता – ज़मीन आसमान (1984)
- राजनीति में विद्यार्थी – भगत सिंह
- इंकलाब जिंदाबाद” … भगत सिंह
- तुम जो जीवित रहोगे मेरी फांसी के बाद …(भगत सिंह)
- भगत सिंह की शहादत
- M F Hussain : चित्रकार का कवि हो जाना
- कवि ‘सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन’ से प्रश्न
- हे कवि! कविता लिखो न…
- ‘प्रियंवद’ से परिचय ‘निकट’ से
- घायल हिंदी सिनेमा : रीस्टार्ट का समय (HK Verma)
- रचनाकार है कौन?
- पुनर्मिलन
- होली की बहारें
- बेग़म अख्तर : मेहर बाबा के दरबार में
- मरते बुजुर्ग की अंतिम कविता
- Burman Vs Barman (Sachin Dev + Rahul Dev)
- स्त्री सुरक्षा?
- सांप – (अज्ञेय)
- असाध्य वीणा : अज्ञेय
- मौन का एक क्षण (Emmanuel Ortiz)
- निष्फल कुछ नहीं – (टैगोर)
- गांधी बनाम हिटलर
- Mahandi (1994) : एक पिता की मार्मिक कथा
- Jalwa (1987)
- ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनाम अमेरिकी राष्ट्रपति – Love Actually 2003
- सूरज की ठिठोली
- The worst is not death
- You Say You Love…
- So you want to be a writer?
- We Are a River (Lao Tzu)
- गोपाल स्वरूप पाठक : भारत के चौथे उप-राष्ट्रपति
- शिव – ओशो
- साहित्य के सुपात्र !
- तुम्हारी हँसी … Pablo Neruda
- 1942 A Love Story : देश-प्रेम बनाम वैयक्तिक प्रेम
- महादेव देसाई और रिचर्ड एटनबरो की फ़िल्म – गांधी
- तुम मरने लगते हो धीरे-धीरे
- प्रेम : अंततः पारदर्शी
- दूर न जाना, प्रिये! … (Pablo Neruda)
- PremShashtra 1974 : एक विवादास्पद प्रेमकहानी
- प्रेम : मन और देह के सत्य
- Jewel Thief (1967) : बेशकीमती संगीतमयी सस्पेंस थ्रिलर
- मुनादी…सत्ता की निरंकुशता के विरुद्ध (धर्मवीर भारती)
- लोकतंत्र …
- प्रेम – एक व्याख्या
- अलबर्ट कामू द्वारा अपने शिक्षक को लिखा आभार पत्र
- एक अभिनेता की डायरी
- माँ – अदभुत रूप
- कैसे हो द्वारकाधीश?… पूछती है राधा
- Tonight I Can Write …Pablo Neruda
- नरेश कुमार ‘शाद’ : परिचय एवं शायरी
- अभी कई बातें …(Sándor Weöres)
- नेकेड लंच : ब्लो डैडी!
- Phenomenal Woman : Maya Angelou
- And Still I Rise : Maya Angelou
- कम्युनिज्म : सआदत हसन मंटो
- सूरज बडजात्या की फ़िल्में और रामायण
- आख़िरी ख़त(1966): दुष्यंत,शंकुतला और भरत मुंबई में
- Cinema Cinema (1979) : हिंदी सिनेमा का इतिहास
- Welcome To Sajjanpur (2008) : सामाजिक-राजनीतिक व्यंग्य
- श्याम बेनेगल का भारतीय परिवेश से भरा सिनेमा
- The Karate Kid (2010): मार्शल आर्ट गुरु-शिष्य परंपरा
- Who am I (1998)
- Khosla Ka Ghosla (2006) : भू-माफिया से ठगी
- अमिताभ बच्चन-यश चोपड़ा: अभिनेता-निर्देशक गठबंधन
- दिल्ली और अन्य कवितायेँ : मुहम्मद अल्वी
- उस्ताद “बाबा” अलाउद्दीन खान : ओशो
- गंगा में नहीं नहाऊँगा…ओमप्रकाश वाल्मीकि
- बच्चे को क्या मालूम … मंटो
- अमर सिंह चमकीला (2024) : मिसिंग लिंक्स
- Guide(1965) : कुछ गीत और विजय आनंद (1)
- जल बिन मछली नृत्य बिन बिजली (1971): गीत
- पंख होते तो उड़ आती रे : सेहरा (1963)
- ये कौन चित्रकार है : बूँद जो बन गई मोती (1967)
- Panchayat : Season 3 के बहाने चंद बातें
- पड़ोसन (1968) : किशोर कुमार की हास्य शाला
- आयी ऋतु सावन की : (Alaap 1977)
- मिले दो बदन : Blackmail 1973
- Ki & Ka (2016) : दांपत्य जीवन में पति बड़ा या पत्नी बड़ी
- मुझे जाँ न कहो : (अनुभव 1972)
- Kunwara Baap(1974):हिंदुस्तान के कुंवारे पिता के सुख दुःख
- Satyam Shivam Sundaram(1978): सौन्दर्यशास्त्र पर टीका
- Woh Bhi Din The (2004) : स्कूली जीवन
- Shakti(1982): दुःखजनित सन्नाटे से भरे वे 3 मिनट
- Dushman 1972 : अपराध, दंड और प्रायश्चित
- जब्बर सिंह (मेरा गाँव मेरा देश 1971)
- वफ़ा जो न की तो (मुकद्दर का सिकंदर 1978)
- मंजिलें अपनी जगह हैं (शराबी 1984)
- गांधी हत्या और ओशो
- बीड़ी जलाई ले, जिगर से पिया (Omkara 2006)
- Prem Parbat (1973): मिथक या सत्य
- स्मिता पाटिल को अचानक लगते थप्पड़ (भूमिका)
- फ़िल्मी गीतों के लेखन का स्तर
- Girls Will Be Girls (2024): बड़ी होती लड़की!
- Meiyazhagan (2024) : भोलेपन में है वफ़ा की खुशबू
- Agni (2024) : आग ये किस ने लगाई?
- मेरे पास आओ (ये गुलिस्तां हमारा 1972)
- आचार्य रजनीश (ओशो) की लिखी एकमात्र कहानी
- Rebellious Gulzar : Thok de Killi (Raavan)
- Kooki (2024) : कानूनी छ्लात्कार
- Aye Zindagi (2022) : दुःख अपने पराये
- Sharda(1957): प्रेमिका सुहागन प्रेमी के पिता की
- Kamli(2022) : क़ैद में है स्त्री
- अगम (2022): अध्यात्म की खोज वाया बनारस
- फिर कभी (2008)
- Zid (1976) : लापता फ़िल्म
- लता मंगेशकर एवं भगत सिंह
- DevAnand@101 : लता मंगेशकर गीत देव आनंद के लिए
- देव आनंद के आंसू
- अंखियों के झरोखों से मैंने देखा जो सांवरे…
- Hip Hip Hurray (1984)
- अज्ञेय और उनकी सहचर स्त्रियाँ
- तुम्हारी औक़ात क्या है : पीयूष मिश्रा
- फीरोजी होठ … धर्मवीर भारती
- Angry Young Men The Salim Javed Story
- Gulzar@90
- गुरु दत्त, ओशो और जीने की इच्छा!
- Routu Ka Raaz (2024)
- The Miniaturist Of Junagadh (2021)
- Tarla (2023)
- Meryl Streep & John Cazale
- Gandhi & Film
- RimJhim ke Tarane leke
- Mandi (1983)
- Panic Room (2002)
- Gone Girl (2014)
- The Killer (2023)
- चाय के बहाने (चिंटूजी 2009)
- Dancing on the grave
- 36 Ghante (1974)
- Khoj (1989)
- यश चोपड़ा की फ़िल्मी शरारतें
- Ittefaq (1969)
- 1971 (2007)
- Shiva (1990)
- Aitbaar (1985)
- Kaash (1987)
- Sarfarosh (1999)
- डाकिया डाक लाया : गुलज़ार का लिखा ख़त लाया
- The Kerala Story (2024) : औचित्य!
- Amitabh Bachchan :Director Hrishikesh Mukerjee (2)
- Amitabh Bachchan + Director Hrishikesh Mukerjee (1)
- Tulsi (2008) : इरफ़ान खान की लत, लाचारी और आंसू
- Veer Zaara : Manoj Bajpeyee
- Titanic (1997)
- फ़िल्म : कप्तान कौन?
- Merry Christmas (2024) : पिंजरे के पंछी तेरा दर्द न जाने कोय
- Dillagi (1978) : बसंत, कालीदास, कमल और फूल का प्रेम
- Maamla Legal Hai(2024) : हंसने की अदालत जारी है
- हजार राहें जो मुड़ के देखीं : गुलज़ार खय्याम किशोर लता
- पंकज उधास और संजय दत्त के फ़िल्मी जीवन के मोड़
- All India Rank (2024) : याद न जाये बीते दिनों की
- वरुण (ग्रोवर) : All India Rank से पहले का फ्लैश बैक
- हुड हुड दबंग (लंतरानी) : ट्रैजिकॉमेडी का स्तरीय रूप
- कविता चौधरी : परलोक की उड़ान के लिए शुभकामनाएं एवं अलविदा
- Animal(2023) : Alpha Male & Swanand Kirkire
- Animal (2023) : जूता चाट दृश्य :: Javed Akhtar
- Shart (1986) : I Love You Kiran…
- Yeh Woh Manzil To Nahin (1987) : अपराध बोध से भयभीत जीवन का पश्चाताप
- समान्तर (2009) : ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या है!
- Pavan Jha : यहाँ पे रहते हैं अजातशत्रु
- ओम पुरी की अभिनय की पाठशाला
- तुम बिन जाऊँ कहाँ (प्यार का मौसम 1969) : पंचम के पांच जादू
- Jaane Jaan (2023): Stratagem of a silent lover!
- 12th Fail (2023) : सफलता का दावेदार
- Kho Gaye Hum Kahan (2023) : नई पीढ़ी का तिलिस्म
- Three of Us (2022): त्रिकाल की पहेलियाँ
- तुम कहाँ हो देव… दिलीप कुमार
- The Archies 2023 : सत्तरह बरस की बाली उम्र का संगीत समारोह
- Animal(2023) : रनबीर से पहले दादा राज कपूर,पिता ऋषि कपूर, उनकी नायिकाएं और हिंसा
- अलका : भूलभुलैया में खो जाने वाली अभिनेत्री के अद्भुत गीत
- The Great Indian Family(2023): हिन्दू-मुसलमान और इंसान !
- Field Marshal Sam Manekshaw : Pippa Vs Sam Bahadur
- Pippa (2023) : लहरा लो तिरंगा प्यारा, पर मत भूलो सीमा पर, वीरों ने हैं प्राण गँवाए
- Ghoomer (2023) : अभिषेक को अमिताभ बच्चन के अभिनय के साये से बाहर निकलना ही होगा
- रोते रोते गुज़र गई रात रे [Buzdil (1951)]…
- डंकी ड्रीम!
- जॉन एलिया : सिनेमा के परदे पर कब?
- दूर कोई गाये (बैजू बावरा 1952) : राधा बिन गूंगी कृष्ण की मुरलिया
- जय वीरू ढ़ाबा, रामगढ़
- कृष्ण लीला (1)
- मुस्लिम-मुस्लिम भाई-भाई
- दिलीप कुमार : परिवार नियोजन
- जाग के काटी (Leela 2002) : विनोद खन्ना, जगजीत सिंह, और गुलज़ार, की महफ़िल का रतजगा
- Baran (2001): प्रेम की दास्तान !
- देव आनंद : अमर प्रेमी !
- देव आनंद : दिल की उमंगें हैं जवां
- टोटका (4) … (रहस्यमयी पत्र)
- टोटका (3) (पोस्टमार्टम)
- टोटका (2)… (हत्या : प्राथमिक जांच)
- टोटका (1) … (हत्या)
- स्मृति : एक प्रेम की
- Majboor (1974) : मजबूर ये हालात इधर भी हैं उधर भी
- मेरा तुझसे है पहले का, क्या नाता कोई?
- उद्धव और राधा
- कान्हा तेरी बांसुरी …(1)
- रुई का बोझ (1997) : विधुर बुजुर्ग पिता का बुढ़ापा और संतान की बेरुखी
- Dev Bhoomi [Land of the Gods] 2016 : पर्वतों के डेरे पर वापसी
- Vadh (2022) : कर्मफल के चक्रव्यूह में अपराधी कौन?
- रेगिस्तानी हिमपात
- Chup (2022) : बात कुछ बिगड़ ही गई
- कसमें वादे प्यार वफ़ा सब [उपकार (1967)] : किशोर कुमार की नासमझी, मन्ना डे की किस्मत
- एंग्री ओल्ड मैन “अशोक कुमार” [Khatta Meetha (1978)] : अभिनय शानदार – 1
- चुनरी संभाल गोरी (बहारों के सपने 1967) : मन्ना डे (उत्सवधर्मिता), लता (भावों की बरसात) संग पंचम की संगीत मधुशाला
- कॉमेडी ऑफ़ एरर्स
- लुट ही गये राम नाम की लूट के फेर में
- Mirza Ghalib (1988-89): पूछते हैं वो कि ग़ालिब कौन है… (अध्याय 5)
- दुनिया रंग रंगीली ‘बाबा’
- रजनीगंधा फूल तुम्हारे (रजनीगंधा – 1974) : जग ने देखी लता मंगेशकर की महकती गायिकी
- रहें न रहें हम, महका करेंगे (लता मंगेशकर) : ममता (1966)
- लता मंगेशकर : भारत का गौरव ही नहीं, स्वाभिमान भी
- Chehre (2021) : चेहरों ने कितनों को लूटा?
- ठीक नहीं लगता : लता मंगेशकर, गुलज़ार और विशाल भारद्वाज की खोई संपत्ति की पुनः प्राप्ति
- इरफ़ानियत : अभिनय और इंसानियत के मिश्रण से निकला X- फैक्टर
- गुलज़ार : नीली नदी के परे गीला सा चांद खिल गया
- क्या जाग रही होगी तुम भी प्रिये ! (एक प्रेम गीत)
- समय साक्षी है (हिमांशु जोशी) : बहुत कठिन है डगर राजनीति की!
- Shershah (2021) : कैप्टेन विक्रम बत्रा (पीवीसी) की शहादत
- राग-विराग (श्रीलाल शुक्ल) : छोटा करके देखिये जीवन का विस्तार
- तुम्हारे लिए (हिमांशु जोशी) : गहन दुख में पगी एक प्रेमकथा
- रिम-झिम गिरे सावन (Manzil 1979) : आई बरसात तो लता मंगेशकर ने समां बाँध दिया
- रिम झिम गिरे सावन (Manzil 1979) : महागायक “किशोर कुमार” का सावन वर्णन
- राह पे रहते हैं (Namkeen 1982) : जल गए जो धूप में तो साया हो गए
- Mimi (2021) : शिशु के साथ ही नहीं जन्मती माँ…
- Feels like Ishq (2021) : तीन रोचक तीन उबाऊ
- सभी सुख दूर से गुज़रे (Aarambh 1976) : दुःख ही जब जीवन का स्थायी भाव बन जाए
- Toofaan (2021) : ठाकुर बनने को 44 इंच का सीना नहीं चाहिए – परेश रावल
- Dilip Kumar उर्फ़ मोहम्मद युसूफ खान और “भारत रत्न”
- दिलीप कुमार : अभिनेताओं के अभिनेता का कालजयी खुमार
- हंगामा है क्यों बरपा (Ray 2021) : आदतन चोर के घर आदतन चोर
- Haseen Dillruba (2021) : दिल्ली की ‘रानी’ के शोले ज्वालापुर में
- बाँहों में चले आओ (Anamika 1973) : स्त्री प्रणय निवेदन का सुरीला शिखर
- Grahan (2021): सन चौरासी का दाग भरा इतिहास
- Sherni (2021): विकास और वन्य जीवन के मध्य संतुलन की शिक्षा
- Skater Girl (2021) : अवसर और परिवर्तन
- Shikara (2020) : कैंसर चिकित्सा पर श्वेत पत्र के बदले हीलिंग टच थेरेपी पर लघु पत्र
- रोज़ रोज़ आँखों तले [जीवा (1986)] : मिसरी सी मीठी पहेली
- Tribhanga (2021): Tedhi Medhi Crazy
- Pagglait (2021) : आस्तिक की तेहरवीं, संध्या की मुक्ति
- राम प्रसाद की तेहरवीं (2019) : कोई किसी का नहीं, ये झूठे नाते हैं नातों का क्या
- Ankahi [Ajeeb Daastaans (2021)] : दिल ठहरा जहाज का पंछी
- Geeli Pucchi [Ajeeb Daastaans (2021)] : अपनी परेशानियों और पूर्वाग्रहों से ग्रस्त लोगों की स्वहित साधने की बारीक चालें
- ‘Is love enough, SIR (2018)’ : संवेदनशीलता और परस्पर सम्मान की नींव पर निर्मित होता प्रेम
- लता श्रुति-संवाद : लता मंगेशकर के संगीत संसार की कुंडली विवेचना
- Meena Kumari
- Ashok Kumar : A memoir by Manto
- जगजीत सिंह – एक संस्मरण
- परेशां रात सारी है … … [सितारों के दोस्त – जगजीत सिंह]
- Mirza Ghalib (1988-89): अव्यवहारिक एवं दुनियादारी में लापरवाह ग़ालिब धोखे और दुर्भाग्य के घेरे में (अध्याय 4)
- Mirza Ghalib (1988-89): रेख़्ते के तुम्हीं उस्ताद नहीं हो ‘ग़ालिब’ (अध्याय 3)
- Mirza Ghalib (1988-89): बंसीधर, ज़ौक़ और शहज़ादा ज़फ़र – ईमानदारी और चापलूसी के बीच घिरे ग़ालिब (अध्याय 2)
- मिर्ज़ा ग़ालिब (1988-89) : ‘ग़ालिब का बयान’ वाया गुलज़ार – अध्याय 1
- Chintu Ji (2009) : आधी हक़ीक़त आधा फ़साना
- Koshish (1972) : संवेदना उकेरती मौन प्रेमकथा
- Dil Bechara (24.07.2020) : मौत के कुएं में विचरते ‘आनंद’ और ‘मिली की प्रेमकहानी
- धूप आने दो (2020) : “गुलज़ार एवं ‘विशाल+रेखा’ भारद्वाज” की वैदिक सूर्य स्तुति
- guLaBO SITaBO (2020) : अमिताभ को नकली नाक और सिर पर गमछे के पीछे काहे छिपा दिया बे!
- पाताल लोक (2020) : अपराध, राजनीति, मीडिया और पुलिसिया गठजोड़ का चिट्ठा
- Sacred Games (2018,2019) : खोजा परमाणु बम, निकला गुरुजी!
- Sacred Games (2018,2019) : क्या श्रंखला सिख संप्रदाय का अपमान करती है?
- Sacred Games (2018,2019) : दर्शक के भ्रम की आंच पर पकता खेल
- Choked पैसा बोलता है (2020) : Saiyami Kher की लॉटरी
- सड़कों पे घूमता है अब कारवाँ हमारा : राज कपूर, तुम न जाने किस जहां में खो गए!
- थप्पड़ (2020) : अनुभव सिन्हा कृत हिंसा हिंसा न भवति!
- ऋषि कपूर (1952-2020) : बचपन, जवानी, बुढ़ापा, शो का पटाक्षेप
- इरफ़ान (1966-2020) : चकाचौंध मचाता सितारा डूब गया गुलशन सारा उदास छोड़ कर
- रमैय्या वस्तावैय्या (Shri 420) … राम तेरा दिल और कर्म मैले
- फिर से अइयो बदरा बिदेसी (नमकीन 1982) … गुलज़ार का मेघदूत
- Juice (2017) : क्वथनांक से बस एक डिग्री कम
- Chutney (2016) : सच और कल्पना के पाटों के बीच पिसता हुआ होश
- Mumbai Varanasi Express (2016) : मौत के आगोश में संतुष्ट जाने का दर्शन
- Mr Kabaadi (2017) : भारत में काम होता बड़ा या छोटा, बनाता मनुष्य को चलता या खोटा
- Shalimar (1978) : हॉलीवुड और हिन्दी सिनेमा के संगम की भव्यता से बनी फिल्म की निर्माणगाथा
- Tere Ghar Ke Samne (1963) : सर्दियों की नर्म धूप
- Nayantara’s Necklace (2015) : अपने वर्तमान से ऊबे, थके और परेशान हुए लोग
- Tamasha (2015) : बचपन ओ’ मोहब्बत को दिल से न जुदा करना
- Bawarchi (1972): दिल चोर बावर्ची!
- Talvar (2015) : पुलिस की अक्षम और आपत्तिजनक तहकीकात पर श्वेत पत्र
- Bombai ka Babu(1960) : सुचित्रा सेन के लिए देव आनंद सगा भाई है, पर देव सुचित्रा में प्रेमिका खोजता है
- Anand (1971) : जीने का अंदाज अंकुरित कर जाने वाला जिंदादिल
- Katha (1983) : सीधा-सच्चा, आदर्शवादी और अंतर्मुखी पुरुष बनाम जालसाज, झांसेबाज छलिया !
- Absurdistan(2008) : No Water No Sex
- Pratidwandi(1970) : वास्तविक समस्याएं जीवन में समझौते करने का दबाव बनाती हैं!
- Mammo (1994) : भारत के बंटवारे और ‘दो राष्ट्र’ के जिद्दी प्रयोग में दबी कुचली ज़िंदगी
- Kalyug (1981) : महाभारत के संघर्ष आधुनिक परिवेश में
- Manjhi : The Mountain Man (2015) – जुनूनी आशिक की दास्तान है प्यारे
- The Pursuit of Happyness (2006) : हाशिए पर पड़े जीवन का निराशा के गर्त से उठकर उदय होना
- Ahalya (2015) : वासना का खतरनाक प्रलोभन
- हिंदी सिनेमा का अनूठा संन्यासी सुपर अभिनेता स्टार
- Drishyam(2015) : लुका छिपी – अहंकारी पुलिस अधिकारी बनाम सिनेमा भक्त चौथी फेल आम आदमी
- Masaan (2015) : खिलने से पहले फूलों को खिज़ा खा गई
- हमने देखी हैं उन आँखों की महकती खुशबू (Khamoshi 1969) : अनूठे मुखड़े से सजा प्रेमगीत ग्रंथ
- Ugly (2014) : असंवेदनशीलता और खुदगर्जी से सड़ते रिश्तों की बजबजाती गंदगी में मरता बचपन
- Tanu Weds Manu Returns (2015) : कंगना रनौट की प्रतिभा का विस्फोट
- Bombay Velvet (2015) : अपराध और मुर्दों के टीलों पर बसी शहरी बस्ती के बसने की गाथा
- Piku (2015) : हाजत हजार नियामत
- किशोर कुमार : सवेरे वाली कुनमुनी, कुरमुरी लालिमा की छुअन जैसा गायन
- Holi (1984) : केतन मेहता की, फिल्ममेकिंग पर, रची गाइड
- Jai Ho! Democracy : भारत-पाक तनाव की निरर्थकता को उकेरती एक एंटी वार फिल्म
- 7 Khoon Maaf (2011) : तत्वविज्ञानी रस्किन बांड+विशाल भारद्वाज की मार्फ़त Susanna का दृष्टांत
- NH 10 (2015) : जंगल राज में दबंग भेड़ियों के खिलाफ घायल हिरनी की प्रतिहिंसा
- Lake Tahoe (2008) : स्वीकार लाता है जीवन में समझ, मानसिक शान्ति और आगे बढ़ने की ऊर्जा
- रंजीत कपूर : थियेटर के एवरेस्ट पर झण्डारोहण से फिल्मों के सृजन तक
- शशि कपूर : ‘दादा साहेब फाल्के’
- Mausam(2011) : काश अच्छे आगाज़ की तरह अंजाम भी बेहतर दे देते पंकज कपूर
- Kahaani (2012): विद्या बालन की थ्रिलर फिल्म
- Sunglass (2013) : दूसरे के मन की बात जान लेना रिश्ते पर भारी पड़ता है
- Chalo Dilli (2011) : इंडिया का भारत भ्रमण
- डार्लिंग आँखों से आँखें चार करने दो (7 Khoon Maaf 2011)
- Shaan(1980): शोले की आन, बान और शान में घटोत्तरी
- नवीन निश्चल : सौम्य चरित्रों के अभिनेता
- Angoor (1982) : विशुद्ध हास्य की मधुशाला
- कमर जलालाबादी
- महंगाई डायन खाए जात है : अभावग्रस्त भारत की टीस को उकेरता व्यंग्य गीत
- 116 चाँद की रातें (Ijaazat 1987) : माया का ख़त
- Raj Kapoor : राजू तारा कहीं भी तो नहीं खोया!
- स्मिता पाटिल : तुम्हारे बाद …
- Satyakam (1969) : हत्या ईमानदारी की होते बेशर्मी से देखता रहा है हिन्दुस्तान
- Jolly LLB (2013) : प्रेमी वकील बाबू vs. कानून के अंधेपन के दलाल
- Tanu Weds Manu(2011): सोती चिंगारी के प्रेम में पड़ गया घोंचू
- Dhobi Ghat (Mumbai Diaries) : ऐ दिल है मुश्किल जीना यहाँ
- Kissa Kursi Ka : लालकृष्ण आडवाणी से एक करोड़ मुआवजा मांगते अमृत नाहटा का पत्र
- Kissa Kursi Ka : हिंदी सिनेमा की सबसे ज्यादा विवादास्पद फिल्म का इतिहास
- Invictus (2009): खेल से राष्ट्रीय एकता बसाने वाला जननेता
- नमकीन (1982) : चौरंगी में झांकी चली
- यही मेरी ज़िंदगी है (Dev D 2009): MMS के ग्रहण से अंधकार में डूबी चन्दा
- Dus Tola (2010) : गुलज़ार की सोने की खान से कुछ स्वर्ण-मुद्राएं
- Jagte Raho (1956): न जागा है न जागेगा “भारत”
- Maya (2001) : गढी हुयी सामाजिक कुरीति के नाम कन्या की बलि चढाती फिल्म
- रांझा रांझा (Raavan 2010) : सूफी अद्वैत से फ़िल्मी द्वैत तक
- तुम जहाँ हो वहाँ क्या ये मौसम नहीं (Road To Sikkim 1969): प्रेम में शिकायत से तडपते ह्रदय की भावनाएं व्यक्त करते मुकेश
- तुम महकती जवां चाँदनी हो (प्यासे दिल 1974) : मुकेश के सिरमौर रत्नों में से एक
- Road to Sangam (2010) : गाँधी कलश यात्रा
- Khela(2008): ऋतुपर्णो घोष, नये अंदाज में
- Well Done Abba (2010): गरीबी और सिलिकॉन इम्प्लान्ट्स के बाजार के बीच फंसे देश की हास्यास्पद स्थिति
- Road Movie (2010): जीना है ज़िन्दगी का धर्म और मर्म
- City of Gold (2010) : गरीबी को पटखनी देती अमीरी
- Swami (1977): प्रेम का धागा पति से टूटे या प्रेमी से?
- Peepli Live(2010): न्यू इंडिया और इसके मीडिया के मुँह पर तमाचा लगाता गरीब देहाती हिन्दुस्तान
- Life Goes On (2009) : यादों और सांस्कृतिक टकराव के चक्रव्यूह
- Yeh Saali Zindagi (2011): प्रेम की ख्वाहिश पे दम निकले
- Tickets(2005): तीन निर्देशक और तीन कहानियां एक ट्रेन में
- Offside (2006) : जीत सिनेमा और स्वतंत्रता की
- दिल तो बच्चा है जी (Ishqiya 2010) : पाजी दिल के करिश्मे
- Haat The Weekly Bazaar : सामंतवादी पुरुष समाज में चीरहरण सहने को विवश स्त्री शक्त्ति की विजय गाथा
- जरा थम जा तू (Jogan 1950) : कोयल गर गाती गीतादत्त जैसा ही कूकती
- कुहू कुहू बोले कोयलिया (Suvarna Sundari– 1957) : मधुर रागमाला, नायाब संगीत
- 3-Iron (2004): यथार्थ और कल्पना के बीच संतुलन
- जैसे हो गूँजता सुरीला सुर किसी सितार का (Naulakha Haar 1953) : आशा भोसले के स्वर तो गूंजने ही थे
- Mr Singh Mrs Mehta (2010): Nudity or Nakedness?
- My Brother Nikhil(2005): खुशहाल जीवन निगलता AIDS रूपी ब्लैकहोल
- Shukno Lanka(2010) : एक्स्ट्रा से नायक बनने वाले अभिनेता की गाथा
- Kanchivaram 2008 : जब सिल्क के रेशे भी खुरदुरे लगें ज़िन्दगी को
- Eskiya – The Bandit (1996) : तुर्की डाकू की प्रेमकहानी
- A man in our house (1961): जनांदोलन और प्रेमकहानी का सहअस्तित्व
- The White Balloon (1995): जफर पनाही की स्वतंत्रता कब उड़ान भरेगी?
- The Other End of the Line (2008) : इंडो-अमेरिकन प्रेमकहानी
- स्मिता पाटिल : प्रतिभावान लड़की को भी समझौते करने पड़ते हैं|
- एक ही ख्वाब (Kinara 1977): गुलज़ार ने रची गहन प्रेम की खूबसूरत सिनेमाई अभिव्यक्त्ति
- नव कल्पना नव रुप (Mrig Trishna 1978) : नारी सौन्दर्य की भारतीय परिकल्पना
- i Am KALAM(2010): खुदी को कर बुलंद इतना…
- दो नैनों में (Khushboo 1975) : निर्देशक, कवि गुलज़ार की कल्पना और तकनीक के संगम का जादू
- तुम एक गोरखधंधा हो…याखुदा जवाब नहीं
- The Univited Guest (2004): सायों के भय से घिरा जीवन
- Raavan (1984) : रो रो के पिघलते हैं गुनाहों के पहाड़
- मुरली मेरे श्याम की(1985): कान्हा की मधुर बांसुरी का रस्सावादन वाया गुलज़ार एवम रघुनाथ सेठ
- एक रुका हुआ फैसला (1986): निष्पक्ष तार्किकता और न्याय की विजय
- अमिताभ बच्चन : कवि पिता डा. हरिवंशराय बच्चन की कविता
- Saudagar (1973): चाहत भी जब व्यापार बन जाये
- Abhimaan (1973) : अमिताभ- जया श्रेष्ठ हैं या कला और प्रतिभा?
- ज़िन्दगी रोज नये रंग में ढ़ल जाती है (Aaj-1990):संगीतकार जगजीत सिंह
- वो कागज़ की कश्ती, वो बारिश का पानी, बचपन और वो जगजीत सिंह: कौन भूला है यहाँ कोई न भूलेगा यहाँ
- सब ठाठ पड़ा रह जावेगा जब लाद चलेगा बंजारा
- Partition (2007) : भारत के हिंसक विभाजन में जन्मी प्रेमकथा
- Murder Unveiled (2006) : Indo-Canadian Honour Killing
- The Bald, the Bad and The Dangerous
- Yathharth (2002): चाण्डाल का बदरंग जीवन
- The Beguiled(1971): स्त्री संसार में छलिया Clint Eastwood
- The Last Station (2009) : Leo Tolstoy के आख़िरी साल का बयान
- B.N. Sircar : भारतीय सिनेमा के विकास की बुनियाद के एक सर्जक
- जाने वाले मुड़ के (श्री 420) : राज कपूर की तकनीकी श्रेष्ठता
- कहीं करती होगी वो मेरा इंतजार: मुकेश के गीत में लता की “हॆ”
- Khamoshi (1969): सन्नाटे की गूँज
- The Formula (1980) : पैट्रोलियम साम्राज्य की काली राजनीति
- Dastak (1970): हदों से गुज़र, जीने की कोशिश करते, हामिद और सलमा
- The Vanishing(1988): अचानक गुम हो जाए जीवनसाथी तो?
- मेरा जूता है जापानी (Shri 420) : बिगड़े दिल फक्कड़ शहज़ादों की ठसक
- कहीं बेख्याल होकर यूँ ही छू लिया किसी ने (Teen Deviyan 1965)
- लिखा है तेरी आँखों में (Teen Deviyan 1965) : किशोर कुमार के अद्भुत दौर की शुरुआत
- Teen Deviyan (1965) : जब कुछ नहीं तो ये इशारे क्यों
- Prahaar(1991): जय जवान जय ईमान
- Dharm(2007) : दिल न मंदिर, न मस्जिद, न गिरजा, न गुरुद्वारा
- Janam(1985): महेश भट्ट की शानदार आत्मकथात्मक प्रस्तुती
- दुनिया रंग रंगीली बाबा (धरती माता 1938) – के.एल.सहगल की कस्तूरी
- Breezy (1973): प्रौढ़ पुरुष के मरू ह्रदय में प्रेम जन्माती किशोरी की प्रेमकथा
- तू कहाँ ये बता इस नशीली रात में [तेरे घर के सामने(1963)]: एक नशीला रोमांटिक गीत
- The Yellow Handkerchief (2010) : कल, आज और कल को खंगालती प्रेम कहानी
- सुहाना सफर (मधुमती 1957): प्राकृतिक सौंदर्य से अभिभूत कलाकार के उदगार
- Crash(2004): रंगभेद और भेदभाव से भरे समाज की गाथा
- हे मैने कसम ली: मधुमास के सौन्दर्य का प्रतिनिधि गीत
- Little Fugitive(1953) : बचपन के दिन और बाल मन
- नसीम(1995): अनेकता में एकता की विरासत पर हमले की दास्तान
- Ijaazat (1987) : कोहरे में जमीन और आसमान के बीच भीगती जाती ज़िंदगी
- A Meeting with Mubarak Begum
- किस्सा कुर्सी का: एल.के.आडवानी के नाम अमृत नाहटा का पत्र | Cine Manthan
- Chris O’Donnell Praises Al Pacino;s performance in Scent of a woman
- The courage to support the good and oppose the corruption of mighty ones.
- Marlon Brando Resfued to accept Oscar [45th in 1973 for The Godfather]
June 4, 2014 at 5:09 AM
Liked Your write up about Qamar Jalalabadi.My best wishes.
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