- लता श्रुति-संवाद : लता मंगेशकर के संगीत संसार की कुंडली विवेचना
- Meena Kumari
- Ashok Kumar : A memoir by Manto
- जगजीत सिंह – एक संस्मरण
- परेशां रात सारी है … … [सितारों के दोस्त – जगजीत सिंह]
- Mirza Ghalib (1988-89): अव्यवहारिक एवं दुनियादारी में लापरवाह ग़ालिब धोखे और दुर्भाग्य के घेरे में (अध्याय 4)
- Mirza Ghalib (1988-89): रेख़्ते के तुम्हीं उस्ताद नहीं हो ‘ग़ालिब’ (अध्याय 3)
- Mirza Ghalib (1988-89): बंसीधर, ज़ौक़ और शहज़ादा ज़फ़र – ईमानदारी और चापलूसी के बीच घिरे ग़ालिब (अध्याय 2)
- मिर्ज़ा ग़ालिब (1988-89) : ‘ग़ालिब का बयान’ वाया गुलज़ार – अध्याय 1
- Chintu Ji (2009) : आधी हक़ीक़त आधा फ़साना
- Koshish (1972) : संवेदना उकेरती मौन प्रेमकथा
- Dil Bechara (24.07.2020) : मौत के कुएं में विचरते ‘आनंद’ और ‘मिली की प्रेमकहानी
- धूप आने दो (2020) : “गुलज़ार एवं ‘विशाल+रेखा’ भारद्वाज” की वैदिक सूर्य स्तुति
- guLaBO SITaBO (2020) : अमिताभ को नकली नाक और सिर पर गमछे के पीछे काहे छिपा दिया बे!
- पाताल लोक (2020) : अपराध, राजनीति, मीडिया और पुलिसिया गठजोड़ का चिट्ठा
- Sacred Games (2018,2019) : खोजा परमाणु बम, निकला गुरुजी!
- Sacred Games (2018,2019) : क्या श्रंखला सिख संप्रदाय का अपमान करती है?
- Sacred Games (2018,2019) : दर्शक के भ्रम की आंच पर पकता खेल
- Choked पैसा बोलता है (2020) : Saiyami Kher की लॉटरी
- सड़कों पे घूमता है अब कारवाँ हमारा : राज कपूर, तुम न जाने किस जहां में खो गए!
- थप्पड़ (2020) : अनुभव सिन्हा कृत हिंसा हिंसा न भवति!
- ऋषि कपूर (1952-2020) : बचपन, जवानी, बुढ़ापा, शो का पटाक्षेप
- इरफ़ान (1966-2020) : चकाचौंध मचाता सितारा डूब गया गुलशन सारा उदास छोड़ कर
- रमैय्या वस्तावैय्या (Shri 420) … राम तेरा दिल और कर्म मैले
- फिर से अइयो बदरा बिदेसी (नमकीन 1982) … गुलज़ार का मेघदूत
- Juice (2017) : क्वथनांक से बस एक डिग्री कम
- Chutney (2016) : सच और कल्पना के पाटों के बीच पिसता हुआ होश
- Mumbai Varanasi Express (2016) : मौत के आगोश में संतुष्ट जाने का दर्शन
- Mr Kabaadi (2017) : भारत में काम होता बड़ा या छोटा, बनाता मनुष्य को चलता या खोटा
- Shalimar (1978) : हॉलीवुड और हिन्दी सिनेमा के संगम की भव्यता से बनी फिल्म की निर्माणगाथा
- Tere Ghar Ke Samne (1963) : सर्दियों की नर्म धूप
- Nayantara’s Necklace (2015) : अपने वर्तमान से ऊबे, थके और परेशान हुए लोग
- Tamasha (2015) : बचपन ओ’ मोहब्बत को दिल से न जुदा करना
- Bawarchi (1972): दिल चोर बावर्ची!
- Talvar (2015) : पुलिस की अक्षम और आपत्तिजनक तहकीकात पर श्वेत पत्र
- Bombai ka Babu(1960) : सुचित्रा सेन के लिए देव आनंद सगा भाई है, पर देव सुचित्रा में प्रेमिका खोजता है
- Anand (1971) : जीने का अंदाज अंकुरित कर जाने वाला जिंदादिल
- Katha (1983) : सीधा-सच्चा, आदर्शवादी और अंतर्मुखी पुरुष बनाम जालसाज, झांसेबाज छलिया !
- Absurdistan(2008) : No Water No Sex
- Pratidwandi(1970) : वास्तविक समस्याएं जीवन में समझौते करने का दबाव बनाती हैं!
- Mammo (1994) : भारत के बंटवारे और ‘दो राष्ट्र’ के जिद्दी प्रयोग में दबी कुचली ज़िंदगी
- Kalyug (1981) : महाभारत के संघर्ष आधुनिक परिवेश में
- Manjhi : The Mountain Man (2015) – जुनूनी आशिक की दास्तान है प्यारे
- Khushboo (1975) : रिश्ते में प्रेम, त्याग, इंतजार, दुख और अधिकार की मिली-जुली खुशबू
- भारत कुमार – गांधी + भगत सिंह के संगम से उपजाया मनोज कुमार ने यह विलक्षण सिनेमाई चरित्र
- The Pursuit of Happyness (2006) : हाशिए पर पड़े जीवन का निराशा के गर्त से उठकर उदय होना
- Ahalya (2015) : वासना का खतरनाक प्रलोभन
- हिंदी सिनेमा का अनूठा संन्यासी सुपर अभिनेता स्टार
- Drishyam(2015) : लुका छिपी – अहंकारी पुलिस अधिकारी बनाम सिनेमा भक्त चौथी फेल आम आदमी
- Masaan (2015) : खिलने से पहले फूलों को खिज़ा खा गई
- हमने देखी हैं उन आँखों की महकती खुशबू (Khamoshi 1969) : अनूठे मुखड़े से सजा प्रेमगीत ग्रंथ
- Ugly (2014) : असंवेदनशीलता और खुदगर्जी से सड़ते रिश्तों की बजबजाती गंदगी में मरता बचपन
- Tanu Weds Manu Returns (2015) : कंगना रनौट की प्रतिभा का विस्फोट
- Bombay Velvet (2015) : अपराध और मुर्दों के टीलों पर बसी शहरी बस्ती के बसने की गाथा
- Piku (2015) : हाजत हजार नियामत
- किशोर कुमार : सवेरे वाली कुनमुनी, कुरमुरी लालिमा की छुअन जैसा गायन
- Holi (1984) : केतन मेहता की, फिल्ममेकिंग पर, रची गाइड
- Jai Ho! Democracy : भारत-पाक तनाव की निरर्थकता को उकेरती एक एंटी वार फिल्म
- 7 Khoon Maaf (2011) : तत्वविज्ञानी रस्किन बांड+विशाल भारद्वाज की मार्फ़त Susanna का द्रष्टान्त
- NH 10 (2015) : जंगल राज में दबंग भेड़ियों के खिलाफ घायल हिरनी की प्रतिहिंसा
- Lake Tahoe (2008) : स्वीकार लाता है जीवन में समझ, मानसिक शान्ति और आगे बढ़ने की ऊर्जा
- रंजीत कपूर : थियेटर के एवरेस्ट पर झण्डारोहण से फिल्मों के सृजन तक
- शशि कपूर : ‘दादा साहेब फाल्के’
- Mausam(2011) : काश अच्छे आगाज़ की तरह अंजाम भी बेहतर दे देते पंकज कपूर
- Kahaani (2012): विद्या बालन की थ्रिलर फिल्म
- Sunglass (2013) : दूसरे के मन की बात जान लेना रिश्ते पर भारी पड़ता है
- Chalo Dilli (2011) : इंडिया का भारत भ्रमण
- डार्लिंग आँखों से आँखें चार करने दो (7 Khoon Maaf 2011)
- Shaan(1980): शोले की आन, बान और शान में घटोत्तरी
- नवीन निश्चल : सौम्य चरित्रों के अभिनेता
- कमर जलालाबादी
- महंगाई डायन खाए जात है : अभावग्रस्त भारत की टीस को उकेरता व्यंग्य गीत
- एक सौ सोलह चाँद की रातें एक तुम्हारे काँधे का तिल (Ijaazat 1987)
- Raj Kapoor : राजू तारा कहीं भी तो नहीं खोया!
- स्मिता पाटिल : तुम्हारे बाद …
- Satyakam (1969) : हत्या ईमानदारी की होते बेशर्मी से देखता रहा है हिन्दुस्तान
- Jolly LLB (2013) : प्रेमी वकील बाबू vs. कानून के अंधेपन के दलाल
- Tanu Weds Manu(2011): सोती चिंगारी के प्रेम में पड़ गया घोंचू
- Dhobi Ghat (Mumbai Diaries) : ऐ दिल है मुश्किल जीना यहाँ
- Kissa Kursi Ka : लालकृष्ण आडवाणी से एक करोड़ मुआवजा मांगते अमृत नाहटा का पत्र
- Kissa Kursi Ka : हिंदी सिनेमा की सबसे ज्यादा विवादास्पद फिल्म का इतिहास
- Invictus (2009): खेल से राष्ट्रीय एकता बसाने वाला जननेता
- Ijaazat (1987) : कोहरे में जमीं और आसमां के बीच भीगती ज़िंदगी
- नमकीन (1982) : चौरंगी में झांकी चली
- यही मेरी ज़िंदगी है (Dev D 2009): MMS के ग्रहण से अंधकार में डूबी चन्दा
- Dus Tola (2010) : गुलज़ार की सोने की खान से कुछ स्वर्ण-मुद्राएं
- Jagte Raho (1956): न जागा है न जागेगा “भारत”
- Maya (2001) : गढी हुयी सामाजिक कुरीति के नाम कन्या की बलि चढाती फिल्म
- रांझा रांझा (Raavan 2010) : सूफी अद्वैत से फ़िल्मी द्वैत तक
- तुम जहाँ हो वहाँ क्या ये मौसम नहीं (Road To Sikkim 1969): प्रेम में शिकायत से तडपते ह्रदय की भावनाएं व्यक्त करते मुकेश
- तुम महकती जवां चाँदनी हो (प्यासे दिल 1974) : मुकेश के सिरमौर रत्नों में से एक
- Road to Sangam (2010) : गाँधी कलश यात्रा
- Khela(2008): ऋतुपर्णो घोष, नये अंदाज में
- Well Done Abba (2010): गरीबी और सिलिकॉन इम्प्लान्ट्स के बाजार के बीच फंसे देश की हास्यास्पद स्थिति
- Road Movie (2010): जीना है ज़िन्दगी का धर्म और मर्म
- City of Gold (2010) : गरीबी को पटखनी देती अमीरी
- Swami (1977): प्रेम का धागा पति से टूटे या प्रेमी से?
- Peepli Live(2010): न्यू इंडिया और इसके मीडिया के मुँह पर तमाचा लगाता गरीब देहाती हिन्दुस्तान
- Life Goes On (2009) : यादों और सांस्कृतिक टकराव के चक्रव्यूह
- Yeh Saali Zindagi (2011): प्रेम की ख्वाहिश पे दम निकले
- Tickets(2005): तीन निर्देशक और तीन कहानियां एक ट्रेन में
- Offside (2006) : जीत सिनेमा और स्वतंत्रता की
- दिल तो बच्चा है जी (Ishqiya 2010) : पाजी दिल के करिश्मे
- Haat The Weekly Bazaar : सामंतवादी पुरुष समाज में चीरहरण सहने को विवश स्त्री शक्त्ति की विजय गाथा
- जरा थम जा तू (Jogan 1950) : कोयल गर गाती गीतादत्त जैसा ही कूकती
- कुहू कुहू बोले कोयलिया (Suvarna Sundari– 1957) : मधुर रागमाला, नायाब संगीत
- 3-Iron (2004): यथार्थ और कल्पना के बीच संतुलन
- जैसे हो गूँजता सुरीला सुर किसी सितार का (Naulakha Haar 1953) : आशा भोसले के स्वर तो गूंजने ही थे
- Mr Singh Mrs Mehta (2010): Nudity or Nakedness?
- My Brother Nikhil(2005): खुशहाल जीवन निगलता AIDS रूपी ब्लैकहोल
- Shukno Lanka(2010) : एक्स्ट्रा से नायक बनने वाले अभिनेता की गाथा
- Kanchivaram 2008 : जब सिल्क के रेशे भी खुरदुरे लगें ज़िन्दगी को
- Eskiya – The Bandit (1996) : तुर्की डाकू की प्रेमकहानी
- A man in our house (1961): जनांदोलन और प्रेमकहानी का सहअस्तित्व
- The White Balloon (1995): जफर पनाही की स्वतंत्रता कब उड़ान भरेगी?
- The Other End of the Line (2008) : इंडो-अमेरिकन प्रेमकहानी
- स्मिता पाटिल : प्रतिभावान लड़की को भी समझौते करने पड़ते हैं|
- एक ही ख्वाब (Kinara 1977): गुलज़ार ने रची गहन प्रेम की खूबसूरत सिनेमाई अभिव्यक्त्ति
- नव कल्पना नव रुप (Mrig Trishna 1978) : नारी सौन्दर्य की भारतीय परिकल्पना
- i Am KALAM(2010): खुदी को कर बुलंद इतना…
- दो नैनों में (Khushboo 1975) : निर्देशक, कवि गुलज़ार की कल्पना और तकनीक के संगम का जादू
- Angoor (1982) : विशुद्ध हास्य की मधुशाला
- तुम एक गोरखधंधा हो…याखुदा जवाब नहीं
- The Univited Guest (2004): सायों के भय से घिरा जीवन
- आँधी (1975): तेरे बिना शिकवे न हों पर ज़िंदगी ज़िंदगी भी तो नहीं
- Raavan (1984) : रो रो के पिघलते हैं गुनाहों के पहाड़
- मुरली मेरे श्याम की(1985): कान्हा की मधुर बांसुरी का रस्सावादन वाया गुलज़ार एवम रघुनाथ सेठ
- एक रुका हुआ फैसला (1986): निष्पक्ष तार्किकता और न्याय की विजय
- अमिताभ बच्चन : कवि पिता डा. हरिवंशराय बच्चन की कविता
- Saudagar (1973): चाहत भी जब व्यापार बन जाये
- Abhimaan (1973) : अमिताभ- जया श्रेष्ठ हैं या कला और प्रतिभा?
- ज़िन्दगी रोज नये रंग में ढ़ल जाती है (Aaj-1990):संगीतकार जगजीत सिंह
- वो कागज़ की कश्ती, वो बारिश का पानी, बचपन और वो जगजीत सिंह: कौन भूला है यहाँ कोई न भूलेगा यहाँ
- सब ठाठ पड़ा रह जावेगा जब लाद चलेगा बंजारा
- Partition (2007) : भारत के हिंसक विभाजन में जन्मी प्रेमकथा
- Murder Unveiled (2006) : Indo-Canadian Honour Killing
- The Bald, the Bad and The Dangerous
- Yathharth (2002): चाण्डाल का बदरंग जीवन
- The Beguiled(1971): स्त्री संसार में छलिया Clint Eastwood
- The Last Station (2009) : Leo Tolstoy के आख़िरी साल का बयान
- B.N. Sircar : भारतीय सिनेमा के विकास की बुनियाद के एक सर्जक
- जाने वाले मुड़ के (श्री 420) : राज कपूर की तकनीकी श्रेष्ठता
- कहीं करती होगी वो मेरा इंतजार: मुकेश के गीत में लता की “हॆ”
- Khamoshi (1969): सन्नाटे की गूँज
- The Formula (1980) : पैट्रोलियम साम्राज्य की काली राजनीति
- Dastak (1970): हदों से गुजर जीने की कोशिश करते हामिद सलमा
- The Vanishing(1988): अचानक गुम हो जाए जीवनसाथी तो?
- मेरा जूता है जापानी (Shri 420) : बिगड़े दिल फक्कड़ शहज़ादों की ठसक
- कहीं बेख्याल होकर यूँ ही छू लिया किसी ने (Teen Deviyan 1965)
- लिखा है तेरी आँखों में (Teen Deviyan 1965) : किशोर कुमार के अद्भुत दौर की शुरुआत
- Teen Deviyan (1965) : जब कुछ नहीं तो ये इशारे क्यों
- Prahaar(1991): जय जवान जय ईमान
- Dharm(2007) : दिल न मंदिर, न मस्जिद, न गिरजा, न गुरुद्वारा
- Janam(1985): महेश भट्ट की शानदार आत्मकथात्मक प्रस्तुती
- दुनिया रंग रंगीली बाबा (धरती माता 1938) – के.एल.सहगल की कस्तूरी
- Breezy (1973): प्रौढ़ पुरुष के मरू ह्रदय में प्रेम जन्माती किशोरी की प्रेमकथा
- तू कहाँ ये बता इस नशीली रात में [तेरे घर के सामने(1963)]: एक नशीला रोमांटिक गीत
- The Yellow Handkerchief (2010) : कल, आज और कल को खंगालती प्रेम कहानी
- सुहाना सफर (मधुमती 1957): प्राकृतिक सौंदर्य से अभिभूत कलाकार के उदगार
- Crash(2004): रंगभेद और भेदभाव से भरे समाज की गाथा
- हे मैने कसम ली: मधुमास के सौन्दर्य का प्रतिनिधि गीत
- Little Fugitive(1953) : बचपन के दिन और बाल मन
- नसीम(1995): अनेकता में एकता की विरासत पर हमले की दास्तान
- Achanak (1973) : गुलज़ार का थ्रिलर लैंड
- A Meeting with Mubarak Begum
- किस्सा कुर्सी का: एल.के.आडवानी के नाम अमृत नाहटा का पत्र | Cine Manthan
- Chris O’Donnell Praises Al Pacino;s performance in Scent of a woman
- The courage to support the good and oppose the corruption of mighty ones.
- Marlon Brando Resfued to accept Oscar [45th in 1973 for The Godfather]
- Rebellious Gulzar : Thok de Killi (Raavan)
June 4, 2014 at 5:09 AM
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